ICMR - NICED


ICMR-National Institute of Cholera and Enteric Diseases

आई सी एम आर - राष्ट्रीय कॉलरा और आंत्र रोग संस्थान

Department of Health Research, Ministry of Health and Family Welfare, Government of India
स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार

विभागसमूह

इम्यूनोलॉजी / प्रतिरक्षाविज्ञान

Immunology

इम्यूनोलॉजी के डिविजन का मुख्य लक्ष्य दो प्रोटीन द्वारा म्यूकोसल प्रतिरक्षा विनियमन का अध्ययन करना है| यह दो प्रोटीन है पोरिन; शिगेला डिसेन्टेरिया टाइप 1 ग्राम नेगेटिव बैक्टीरिया की प्रमुख बाहरी झिल्ली प्रोटीन , और हेमोलिसिन (एचएलएए); विब्रियो कोलरा द्वारा उत्पादित एक छिद्र निष्पादिक (पोर-फॉर्मिंग) टोक्सिन|

हमारे अनुसंधान के दायरे में म्यूकोसल प्रतिरक्षा के तीन मुख्य पहलुओं को शामिल किया गया है: टोल-जैसे रिसेप्टर्स (TLR) के मध्यस्थता से प्रतिरक्षा कोशिकाओं द्वारा व्यूहाणु की मान्यता प्राप्त करवाना, पहचान पर डाउनस्ट्रीम सिग्नलिंग मार्ग की शुरुआत, और आखिरकार, सिग्नल ट्रांसडक्शन द्वारा प्रतिरक्षा परिणाम प्राप्त करना|

हाल में किये गए काम की मुख्य विशेषताओं में शामिल हैं:

१. पोरिन को 38 kDa के पूरी तरह से अलग किए गए मोनोमर के साथ 78 kDa के एक ओलिगोमर के रूप में सजातीयता के लिए शुद्ध किया गया था। प्रोटीन को कोशिका -सतह पर अनावृत हुआ पाया गया था और वह चार शिगेला एसपीपी के साथ एंटीजनिक रूप से संबंधित था।

२. इस प्रोटीन को दो TLR १ , TLR २ और TLR ६ के संयोजन से पहचाना गया था, जिसने MyD88 और टीआरएफ़ 6 के माध्यम से डाउनस्ट्रीम सिग्नलिंग मार्ग को ट्रिगर किया गया, जिससे आखिरकार प्रोनफ्लैमेटरी ट्रांसक्रिप्शन कारक, एनएफ-केबी के सक्रियण क्रियाशील हुई ।

३. प्रोटिन द्वारा टाइप १ साईटोकाइन्स एवं किमोकाइन्स की अभिव्यक्ति एपिसियों के टाइप १ पोलाराइजेशन प्रस्तावित हुआ; मेक्रोफेजों एवं डेनड्राईटिक कोशिकाएं, जिसने बाद में अभिनव सीडी ४+ टी कोशिकायाओं को क्रियाशील किया था टी एच १ फिनोटाइप में उनके विभेदीकरण को प्रवर्तन किया|

४. B कोशिका का सबसेटो B-1a, B-1b and B-2 ने IgM, IgG2a and IgA व्यक्त कर पोरिन का असर का प्रतिक्रिया दिखाया जिससे एक प्रभावी म्यूकोसल प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्रवर्तन हुआ |

५. जीव रसायन विभाग का डॉ कल्याण. के. बनर्जी के सहयोग से हमारी प्रयोगशाला ने HlyA के मोनोमेरिक और ओलिगोमेरिक रूपों द्वारा पेरिटोनियल मैक्रोफेज और बी -1 सेल आबादी के अंतर संबंधी विनियमन को दिखाया है। HlyA ओलिगोमर ने मूरिन B-1a कोशिकाओं को बढ़ाया और सक्रिय किया, जिसके चलते IgM और IgA अभिव्यक्ति की ओर अग्रसर किया गया जिसे IL-5 और IL-6 द्वारा बढ़ाया जा सकता है।हालांकि, HlyA मोनोमर को अधिकांश कोशिकाओं को एपोप्टोसिस में मार्गदर्शन करते हुए पाया गया था, जो कैस्पेस -9 और कैस्पस -3 निर्भर था।यह अध्ययन पहली बार दिखाता है कि एक ही प्रोटीन के दो रूप मेजबान प्रतिरक्षा कोशिका को दो अलग-अलग परिणामों दे सकता है , जिसमें एक है मृत्यु और दूसरी सक्रियण की दिशा में चला जाना|
 

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