किसी भी स्वास्थ्य अनुसंधान में अच्छे आँकड़ा (डेटा)
प्रबंधन (DM) के सिद्धांतों और प्रथाओं का कार्यान्वयन करना आवश्यक
है। अच्छे शोध नैदानिक प्रथाओं (GCP) और अच्छी प्रयोगशाला प्रथाओं
(GLP) जैसे अन्य शोध मानकों की तुलना में, अच्छे DM की जांच,
जांचकर्ताओं द्वारा कम सराहना तथा पर्यवेक्षित की जाती है। चूँकि
यह संस्थान दस्त अनुसंधान में अग्रणी है, अक्टूबर 2008 में नए
निर्देशक के अभिनव विचार से अच्छे डेटा प्रबंधन प्रथाओं के
दृष्टिकोण के साथ एक अलग डेटा प्रबंधन प्रभाग को स्थापित किया गया
है।
इस विभाग का उद्देश्य विभिन्न स्वास्थ्य अनुसंधान परियोजनाओं से
विश्वसनीय, पूर्ण, सटीक आँकड़ों का उत्पादन करना और आखिरकार उचित
परिष्कृत सांख्यिकीय विश्लेषण के साथ अनुसंधान निष्कर्ष की व्याख्या
करना है| अच्छा DM आँकड़ा श्रेणियों की व्यवस्था और असंगतता जांच
करके तथा आँकड़ा समूह के बीच अखंडता बनाए रख कर आंकड़ों की वैधता
सुनिश्चित कर सकता है| आँकड़ा सत्यापन और आँकड़ा दस्तावेज के
रखरखाव की प्रक्रिया इतना महत्वपूर्ण है, कि अध्ययन स्थल में
अनुसंधान के परिणामों में मतभेद कभी-कभी डी. एम.(DM) के गतिविधियों
में मतभेदों के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। वैध आँकड़ा स्वास्थ्य
अनुसंधान परियोजना की सफलता के लिए आवश्यक है | इसे आश्वस्त करने
के लिए, आँकड़ा प्रबंधन विभाग में अच्छे आँकड़ा प्रबंधन सिद्धांत
और प्रथाएं आवश्यक है।
इस विभाग ने तत्काल सांख्यिकीय मॉडल लागू करके खोजा गया सामाजिक,
पर्यावरणीय और स्थानिक प्रभाव पर विचार किए गए महामारी, नैदानिक और
सूक्ष्मजीववैज्ञानिक डेटा को सशक्त बनाने वाले दस्त रोगों के मूल
शोध को समझदार दृष्टि प्रदान की है| इसके पास सभी संबंधित विभाजन
से आँकड़ा तक सीधी पहुंच है और इस संस्थान में किए गए विभिन्न
अध्ययनों के लिए डाटा एंट्री / सत्यापन सहित अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन
संस्थान, कोरिया, वैक्सीन डेवलपमेंट सेंटर, मैरीलैंड विश्वविद्यालय,
बाल्टीमोर जैसे अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ आँकड़ा प्रबंधन
सहायता प्रदान करता है।
अक्टूबर, १९९५ से कोलकाता के संक्रामक रोग अस्पताल में दस्त से होने
वाली बीमारियों पर अस्पताल आधारित निगरानी प्रणाली से, महामारी
विज्ञान और चिकित्सकीय आँकड़ा के कई पहलुओं पर एक डेटा बैंक
उत्पन्न हुआ है। इसमें विभिन्न कारक ईटोलॉजी और दस्त की बीमारियों
के एंटीमाइक्रोबायल प्रतिरोध भी शामिल हैं। कारक जीव और
एंटीमाइक्रोबायल प्रतिरोधी नमूना पर यह जानकारी साप्ताहिक आधार पर
संक्रामक रोग अस्पताल (IDH) और राज्य सरकार के विभिन्न विभाग को
भेजा जाता है और यह जानकारी चिकित्सकों को दस्त की बीमारियों के
उचित उपचार के लिए मदद करता है। यह प्रभाग अपने डेटा एंट्री ऑपरेटरों
को आँकड़ा प्रविष्टि प्रशिक्षण और अपने डेटा प्रबंधकों को
सांख्यिकीय पैकेज प्रशिक्षण दिया जा रहा है|
यह प्रभाग भविष्य में महामारी विज्ञान; चिकित्सकीय और प्रयोगशाला
अध्ययन; स्वास्थ्य शोधकर्ताओं के लिए बुनियादी बायोस्टैटिक्स पर
प्रशिक्षण; चिकित्सीय सांख्यिकीविद् के लिए महामारी विज्ञान,
नैदानिक, प्रयोगशाला आँकड़ा के सांख्यिकीय नमूना की विधि और प्रयोग
तथा आँकड़ा विश्लेषकों के लिए एपीआई-इन्फो (Epi-info )और एसपीएसएस
(SPSS) जैसे सॉफ़्टवेयर पैकेजों पर प्रशिक्षण के लिए स्थानीय और
देश स्तर पर अनुसंधान पद्धति संबंधित शिक्षा का संचालन भी करेगी|